जैसे दिन और रात अपनी जीवन यात्रा से यह काल भ्रमण पूरा करने की चाह है उसी तरह मनुष्य को भी अपन... जैसे दिन और रात अपनी जीवन यात्रा से यह काल भ्रमण पूरा करने की चाह है उसी ...
कविता वो भी नहीं जो पढ़ने से आनंद आ जाए..... कविता वो भी नहीं जो पढ़ने से आनंद आ जाए.....
अनजान सफर पर चलते हुए अपना नाम रौशन कर जाते हैं। अनजान सफर पर चलते हुए अपना नाम रौशन कर जाते हैं।
भरा पूरा परिवार था दादा दादी ताऊ ताई काका काकी सहित संयुक्त परिवार था भरा पूरा परिवार था दादा दादी ताऊ ताई काका काकी सहित संयुक्त परिवार था
जो समझ गया वह जी गया वरना जीवन उलझ कर रह गया। जो समझ गया वह जी गया वरना जीवन उलझ कर रह गया।
अपशब्द अपवाद कहकर कुछ व्यक्ति पाएं अनैतिक आनंद। अपशब्द अपवाद कहकर कुछ व्यक्ति पाएं अनैतिक आनंद।